Guru chandal dosh Puja
गुरु चांडाल दोष निवारण पूजा और इसके लाभगुरु चांडाल दोष एक महत्वपूर्ण ज्योतिषीय दोष है, जो तब उत्पन्न होता है जब गुरु (बृहस्पति) ग्रह राहु या केतु के साथ योग बनाता है। चूंकि गुरु ज्ञान, शिक्षा, धन, धर्म और सकारात्मकता का कारक होता है, इसलिए राहु या केतु के प्रभाव से इसकी शक्ति कमजोर हो जाती है। इस दोष के कारण व्यक्ति के जीवन में कई प्रकार की बाधाएं, संघर्ष और मानसिक तनाव उत्पन्न हो सकते हैं। गुरु चांडाल दोष निवारण पूजा इस दोष के नकारात्मक प्रभावों को कम करने और जीवन में सुख, शांति व समृद्धि लाने में सहायक होती है।
गुरु चांडाल दोष के लक्षण:
शिक्षा और करियर में लगातार बाधाएं आना
आर्थिक अस्थिरता और धन की हानि होना
विवाह में देरी या वैवाहिक जीवन में समस्याएं
परिवार के सदस्यों के साथ मतभेद और झगड़े
अहंकार, नकारात्मक सोच और नैतिक मूल्यों में गिरावट
कानूनी परेशानियां, बदनामी या गलत निर्णय लेना
आध्यात्मिक विकास में रुकावट और धर्म-कर्म में अरुचि
लिवर, मोटापा, पाचन तंत्र और त्वचा संबंधी समस्याएं
गुरु चांडाल दोष निवारण पूजा के लाभ:
1. शिक्षा और करियर में उन्नति – यह पूजा पढ़ाई में आ रही बाधाओं को दूर कर सफलता दिलाने में सहायक होती है।
2. आर्थिक स्थिरता और समृद्धि – यह पूजा धन की हानि को रोकने और आर्थिक मजबूती लाने में मदद करती है।
3. वैवाहिक जीवन और रिश्तों में सुधार – यदि विवाह में देरी हो रही है या वैवाहिक जीवन में समस्याएं हैं, तो यह पूजा उन्हें दूर करती है।
4. सकारात्मक सोच और नैतिकता में वृद्धि – राहु-केतु के नकारात्मक प्रभाव से बचाकर यह पूजा अच्छे विचार और नैतिकता को बढ़ाती है।
5. मानसिक शांति और नकारात्मकता से मुक्ति – यह पूजा भ्रम, तनाव और गलत निर्णय लेने की प्रवृत्ति को कम करती है।
6. कानूनी विवाद और दुर्घटनाओं से रक्षा – इस पूजा से व्यक्ति को अनावश्यक कानूनी परेशानियों और दुर्घटनाओं से बचाव मिलता है।
7. स्वास्थ्य लाभ – यह पूजा लिवर, पाचन तंत्र और अन्य शारीरिक बीमारियों को दूर करने में सहायक होती है।