Kaal Sarp Dosh Nivaran Pooja
कालसर्प दोष निवारण पूजा और इसके लाभ
कालसर्प दोष एक महत्वपूर्ण ज्योतिषीय दोष है, जो तब बनता है जब जन्म कुंडली में सभी ग्रह राहु और केतु के बीच स्थित होते हैं। यह दोष व्यक्ति के जीवन में कई बाधाएं, संघर्ष, मानसिक तनाव, आर्थिक हानि और अन्य समस्याएं उत्पन्न कर सकता है। कालसर्प दोष को शांत करने के लिए विशेष पूजा और अनुष्ठान किए जाते हैं, जिससे व्यक्ति के जीवन में शांति, समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है।
कालसर्प दोष के लक्षण:
बार-बार असफलता और मेहनत का उचित फल न मिलना
विवाह में देरी या वैवाहिक जीवन में समस्याएं
आर्थिक परेशानियां, कर्ज और धन हानि
मानसिक तनाव, डर और बुरे सपने आना
परिवार में अशांति और लगातार क्लेश होना
संतान प्राप्ति में देरी या संतान से जुड़ी परेशानियां
स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं और बार-बार बीमार पड़ना
करियर और व्यापार में रुकावटें आना
कालसर्प दोष निवारण पूजा के प्रमुख लाभ:
1. राहु-केतु के अशुभ प्रभाव से मुक्ति – यह पूजा राहु और केतु के नकारात्मक प्रभाव को कम करती है और कुंडली में संतुलन लाती है।
2. आर्थिक और करियर में उन्नति – यदि कालसर्प दोष के कारण धन हानि या नौकरी में रुकावटें आ रही हैं, तो यह पूजा इन समस्याओं को दूर करती है।
3. मानसिक शांति और आत्मविश्वास में वृद्धि – यह पूजा व्यक्ति के मन से डर, चिंता और तनाव को दूर कर आत्मविश्वास बढ़ाती है।
4. वैवाहिक जीवन और संतान सुख में सुधार – यह पूजा विवाह में आ रही बाधाओं को दूर करती है और संतान प्राप्ति में सहायक होती है।
5. स्वास्थ्य लाभ और दीर्घायु – यह अनुष्ठान शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों को कम करता है।
6. शत्रु बाधा और नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा – यह पूजा व्यक्ति को बुरी नजर, तंत्र-मंत्र और गुप्त शत्रुओं से बचाने में सहायक होती है।